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Inspiration Story । Aaena story

                                   वो हर वक्त आईने को निहारती रहती थी।न जाने वो क्या सोचती रहती थी। बड़ी मासूमियत से वो अपने को आईने में देखती और कुछ देर बाद बड़ी प्यारी सी मुस्कराहट बिखेर देती थी।ऐसा लगता की उसके मासूम चेहरे में कोई राज छिपा है और वो राज उसके आलावा कोई नही जनता।वो जब सोने भी जाती तो आईने को लेकर । वो ऐसा क्यों करती थी ये किसी को भी नही पता था।न जाने उस आईने में ऐसा क्या थ जो सिर्फ सान्या को ही दीखता था और किसी को नहीं।सान्या की सबसे अच्छी दोस्त मिनाक्षी जो हमेशा उससे पूछती थी की तुझे इस आईने में क्या दिखाई देता है मुझे भी तो बता बहुत ज़िद करने के बाद सान्या बस इतना ही कही;- "आईने में मुझे एक तस्वीर दिखी : सब कुछ था धुंधला बस माथे पे एक लकीर दिखी। समझ नही पा  रही थी मैं उस तस्वीर को में जब गौर से देखी तो उस लकीर के नीचे दो आँखे दिखी ...... फिर लगा आईने पे धूल जमी है।जब धूल हटाई तो आईने में मेरी ही खूबसूरत तस्वीर नजर आई। इतना कहकर सान्या चुप हो गयी।मिनाक्षि फिर उससे पूछी मत...

Love tanhai poetry।Tanha ho gye

शायरी

Night love poetry। Nind der se aati hai

बहुत इंतजार वो करवाती है, आँखों को बहुत वो सताती है, जाने क्यों नींद पास मेरे, बहुत देर से आती है ......!! कैसे-कैसे ख्वाब वो दिखाती है,  कितनें सपने वो सजाती है,  जाने क्यों नींद पास मेरे,  बहुत देर से आती है......!!  खुद ही कभी कितनी बार,  वो मुलाकात कर जाती है,  तो कभी तन्हा मेरी,  वो रात कर जाती है,  जाने क्यों नींद पास मेरे,  बहुत देर से आती है... ...!!  आती है जब वो साथ निभाने,  पलकों को भी पलकों से मिलाती है,  डूब जाते है जब हम उसकी मोहब्बत में,  अपनी दुनिया की वो सैर कराती है,  जाने क्यों नींद पास मेरे,  बहुत देर से आती है........!! आती है जब एक रोशनी की किरण ,  धीरे- धीरे आँखो से वो निकल जाती है,  जाने क्यों नींद पास मेरे,  बहुत देर से आती है.....!! *****

Doori love poem। Meri hasrat

मेरी हसरतों का फेरा है। ख्वाहिशों ने हमें घेरा है।। रातें गुजरती चैन से....पर। हर दिन यादों का सवेरा है।। तुम दूर हो मुझसे लेकिन। दिल में बस तेरा ही डेरा है।। मोहब्बत का नाम ले जब कोई। आंखों में दिखता चेहरा तेरा है।। धड़कता है "तन्वी" जो मेरे अंदर। वो धड़कन तेरी और दिल मेरा है।। *****

Dard hindi Poetry। Dard-e-mohabbat

रात होती थी गहरी बहुत! फिर भी रातों को सोया न गया!! जिंदगी में दर्द मिलें थे बहुत! पर आँखों को ज्यादा रोया न गया!! लोगों ने ख्वाब दिखाये बहुत! पर उन ख्वाबों में खोया न गया!! तकलीफ दिल को हुई थी बहुत! काँटे राहों में किसी के बोया न गया!! दर्द की थी गहराई भी बहुत! लेकिन जीवन कभी ढ़ोया न गया!! दिल सबके प्यार से जीते बहुत! झूठें धागो से रिश्तें पिरोया न गया!! इल्म है मोहब्बत दर्द देती है बहुत! पर उसकी निशानी कभी धोया न गया!! *****