रूह से रूह के तुम मिलने की बात करते थे!
देखे जो कोई मुझे तो जलने की बात करते थे!!
वो सिर्फ अल्फ़ाज़ थे या कुछ एहसास भी था!
साथ मेरे जब भी तुम चलने की बात करते थे!!
तेरे दिल में चाहत थी या कोई दिखावा था!
किसी के जब भी तुम छलने की बात करते थे!!
तेरे आँसू बहे थे या वो छलावे का पानी था!
हमसे जब भी तुम दूर रहने की बात करते थे!!
तुमने मोहब्बत की थी या बहलाया था दिल को!
गले लगकर जब भी तुम मरने की बात करते थे!!
*****
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें