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सफर नही हमसफर की बात थी

सफर नही हमसफर की बात थी, 
हुई जब उनसे पहली मुलाकात थी!!

अनजान ही थे एक दूसरे से हम,
खामोशी थी ज्यादा अल्फ़ाज थे कम, 
दिल में ही छुपी हमारी जज़्बात थी,
सफर नही हमसफर की बात थी...
हुई जब उनसे पहली मुलाकात थी!!

वो नजरों से नजरें मिलाए जा रहे थे, 
खुद को उनसे हम छुपाए जा रहे थे, 
दोनों के होंठों पे मुस्कुराहट साथ थी, 
सफर नही हमसफर की बात थी..
हुई जब उनसे पहली मुलाकात थी!!

गयी थी मिलने मैं उनसे इस कदर, 
मिली हो जैसे मुझे मोहब्बत की खबर, 
जागकर बीतायी एक दिन पहले की रात थी, 
सफर नही हमसफर की बात थी...
हुई जब उनसे पहली मुलाकात था !!

बातें उसकी दिल में घर करने लगी थी, 
हाथों को मिलाया जब धड़कनें बढ़ने लगी थी, 
बड़ी खूबसूरत मिली मुझे ये सौगात थी, 
सफर नही हमसफर की बात थी...
हुई जब उनसे पहली मुलाकात थी !!

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